रोज़ देखते हो तुम उन निगाहो से की कभी तो करेंगे हम तुमसे बात,
पर क्या मतलब इन निगाहो का जिसमे न हो प्यारकी ही मिठास ।
जब भी पास आके देखा तो तुमने ही दिया करारा जवाब,
तब जाके समझ आया की क्यों है हम अपने आप में ही खास।
~ Tanishq Agrawal
रोज़ देखते हो तुम उन निगाहो से की कभी तो करेंगे हम तुमसे बात,
पर क्या मतलब इन निगाहो का जिसमे न हो प्यारकी ही मिठास ।
जब भी पास आके देखा तो तुमने ही दिया करारा जवाब,
तब जाके समझ आया की क्यों है हम अपने आप में ही खास।
~ Tanishq Agrawal