दिल… जिस तरह कैद हुआ उसी तरह छोट जाय ,
मेँ उससे वेसे रूठ जाऊ , जेसे वो मुझसे रूठ जाए,
घमंड करके खड़ा हे , मेरे रास्ते मेँ इश्क़ मेरा..!!
~Dhiraj Mehta
दिल… जिस तरह कैद हुआ उसी तरह छोट जाय ,
मेँ उससे वेसे रूठ जाऊ , जेसे वो मुझसे रूठ जाए,
घमंड करके खड़ा हे , मेरे रास्ते मेँ इश्क़ मेरा..!!
~Dhiraj Mehta